EV Component Manufacturing in UP में Denso के नए ₹250 करोड़ प्लांट की शुरुआत

EV Component Manufacturing in UP: Denso का ₹250 करोड़ का इन्वेस्टमेंट भारत के EV सेक्टर में लाएगा बदलाव

EV Component Manufacturing in UP में Denso के नए ₹250 करोड़ प्लांट की शुरुआत

EV Component Manufacturing in UP को बढ़ावा देने के लिए Denso ने ₹250 करोड़ का निवेश किया है। यह नया प्लांट भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री में क्रांति ला सकता है और उत्तर प्रदेश को EV हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

EV Component Manufacturing in UP – Denso के नए प्लांट से भारत का EV भविष्य होगा और मजबूत

जापान की प्रमुख ऑटो कंपोनेंट कंपनी Denso ने उत्तर प्रदेश में एक नया EV कंपोनेंट प्लांट स्थापित करने की घोषणा की है। इसके लिए कंपनी ₹250 करोड़ का निवेश कर रही है। इस प्लांट में EV मोटर और जनरेटर जैसे हाई-टेक पार्ट्स का निर्माण होगा। Denso की यह पहल उत्तर भारत को EV मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र बना सकती है।

भारत में EV कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग क्यों ज़रूरी है?

भारत इलेक्ट्रिक वाहनों की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन अब तक एक बड़ी कमी EV कंपोनेंट्स की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को लेकर थी। मोटर, कंट्रोल यूनिट और अन्य जरूरी पार्ट्स के लिए भारत को विदेशी सप्लायर्स पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे लागत बढ़ती और सप्लाई चेन पर असर पड़ता। EV component manufacturing in UP के जरिए Denso इस गैप को भरने जा रही है

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नए रोजगार और इंडस्ट्री को बूस्ट

Denso के इस नए यूनिट से लगभग 500 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिलने की उम्मीद है। साथ ही, लोकल सप्लायर्स और MSME यूनिट्स को भी बड़े लेवल पर सपोर्ट मिलेगा। यह EV मैन्युफैक्चरिंग के इकोसिस्टम को मजबूती देगा और उत्तर प्रदेश की औद्योगिक छवि को भी निखारेगा।

भारतीय EV कंपनियों को मिलेगा सीधा फायदा

Tata, Mahindra, Ola और कई अन्य भारतीय कंपनियों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है। अब उन्हें जरूरी पार्ट्स भारत में ही मिलेंगे, जिससे प्रोडक्शन टाइम घटेगा और कीमतें भी कम होंगी। इससे EVs को आम जनता के लिए और भी सस्ता और किफायती बनाया जा सकेगा।

भारत को ग्लोबल EV हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम

Denso का यह निवेश केवल एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट नहीं है, बल्कि भारत के EV सेक्टर में विश्वास की मोहर है। यह साबित करता है कि भारत अब सिर्फ EV का उपभोक्ता नहीं, बल्कि एक निर्माता (manufacturer) भी बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश जैसी लोकेशन को चुनना इस बात का संकेत है कि अब छोटे राज्यों और शहरों को भी वैश्विक कंपनियाँ गंभीरता से ले रही हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार की भूमिका

उत्तर प्रदेश सरकार ने Denso के इस निवेश का स्वागत किया है और कहा है कि राज्य में EV इंडस्ट्री को पूरी मदद दी जाएगी। सरकार ने सिंगल विंडो अप्रूवल, टैक्स बेनिफिट्स और भूमि आवंटन जैसी सहूलियतें देने का वादा किया है। इससे और भी अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ भारत की ओर आकर्षित होंगी।

टेक्नोलॉजी अपग्रेड और लोकल प्रोडक्शन

Denso की EV मोटर टेक्नोलॉजी में PMSM (Permanent Magnet Synchronous Motor), integrated motor-generator units और advanced heat management systems शामिल हैं। यह सभी सिस्टम अब भारत में लोकली बनाए जाएंगे, जिससे न केवल लागत घटेगी बल्कि प्रोडक्शन क्वालिटी भी इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की होगी।

कीमतों में कमी और सप्लाई चेन का मजबूत होना

जब जरूरी कंपोनेंट्स भारत में ही बनाए जाएंगे तो वाहनों की कीमतों में खुद-ब-खुद गिरावट आएगी। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय सप्लाई चेन में कोई रुकावट आने पर भी भारत का प्रोडक्शन प्रभावित नहीं होगा। EV component manufacturing in UP से यह संभावनाएं और भी प्रबल हो जाएंगी।

और कंपनियों को भी मिलेगा बढ़ावा

अगर Denso का यह मॉडल सफल रहता है, तो भविष्य में LG, Panasonic, Bosch जैसी दूसरी टेक कंपनियाँ भी भारत में EV कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत कर सकती हैं। इससे पूरे देश में EV से जुड़े सेक्टरों जैसे बैटरी, चार्जिंग स्टेशन, सॉफ्टवेयर कंट्रोल यूनिट्स आदि में तेज़ी आ सकती है।

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